राजस्थान में अब हो सकेंगे देव दर्शन, 7 सितंबर से खुलेंगे धार्मिक स्थल, जानिए किन बातों को रखना होगा ध्यान

जयपुर। प्रदेश में कोरोना के कहर के बीच अच्छी खबर यह है कि पिछले छह महीने से बंद प्रदेश के सभी धार्मिक स्थल सिंतबर माह में खुलेंगे। 

सांकेतिक चित्र

जी हां अब प्रदेशवासी देव दर्शन कर सकेंगे, हालांकि धार्मिक स्थलों पर अब पूजा -अर्चना व इबादत करने के तरीके में बदलाव आएगा। सरकार की ओर से सभी कोरोना हैल्थ प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सात सितंबर से सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति दे दी गई है। कोरोना समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में यह फैसला ले लिया गया है।

मास्क लगाना होगा अनिवार्य

कोरोना समीक्षा बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार धार्मिक स्थलों पर कोरोना गाइडलाइन का पालन करना जरूरी होगा। वहीं श्रद्धालुओं के लिए मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करना अनिवार्य किया गया है। सरकार की ओर से यह भी निर्देश दिए गए हैं कि सभी धार्मिक स्थलों को समय-समय पर सैनिटाइज किया जाएगा, ताकि कोरोना संक्रमण के खतरे को कम किए जाने में मदद मिल सकें। उल्लेखनीय है कि सिंतबर माह में सरकार अनलॉक -4 की प्रक्रिया के तहत काम कर रही है, जिससे जुड़े अहम फैसले के तौर पर धार्मिक स्थलों को खोला जा रहा है।

भीड़ ना करने की अपील भी की 

आपको बता दें कि हालांकि सरकार की ओर से धार्मिक स्थलों को खोले जाने का फैसला किया गया है, लेकिन सरकार की ओर से भीड़ ना हो इसे लेकर भी निर्देशित किया जा रहा है। उन्होंने आमजन से अपील की कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए जहां तक संभव हो पूजा, उपासना, प्रार्थना और नमाज घर पर रहकर करें, ताकि धार्मिक स्थलों पर भीड़ ना हो। इसके अलावा बड़े धार्मिक स्थलों में कोरोना सुरक्षा के सभी नियमों का पालन करवाने की जिम्मेदारी भी उस जिला कलेक्टर और एसपी को दी गई है। इसी तरह जिला प्रशासन, धर्म गुरुओं एवं धार्मिक स्थलों की ट्रस्ट व कमेटियों से भी अपील की है कि वो सुनिश्चित करेंगे कि धार्मिक स्थलों पर एक साथ भीड़ नहीं जुटने देंगे।


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